हनुमान चालीसा - 09

हनुमान चालीसा की चौथी चौपाई की चर्चा करते हुए पूज्य गुरूजी ने बताया की यहाँ हनुमान जी के रूप का वर्णन हो रहा है। हनुमानजी को एक आसान में विराजमान देखें - उनकी स्वर्ण जैसी कान्ति है, सुन्दर वस्त्र है, कानो में कुण्डल और छोटे एवं घुंगराले बाल हैं। अपने इष्ट का सबसे पहले एक रूप की तरह से स्मरण करना अत्यंत कल्याणकारी होता है। रूप के प्रति भावना की अभिव्यक्ति सरल और सहज होती है, और भक्ति, भावना को बढ़ाने की ही साधना होती है।

Om Podcasten

Talks by Swami Atmananda Saraswati, of Vedanta Ashram, Indore (India) on Hindu scriptures - in Hindi.